ESR Test in Hindi – ईएसआर बढ़ने के कारण और घरेलु उपचार।

5/5 - (1 vote)

ESR का मतलब “एरिथ्रोसाइट्स सेडीमेन्टेशन रेट” होता है। ई.एस.आर. टेस्ट में लाल रक्त कोशिकाओं की जांच करके उनमें पायी जाने वाली खराबी का पता लगाया जाता है। यह आमतौर पर एक ब्लड टेस्ट ही होता है जिसके द्वारा शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाली सूजन (Swelling) या संक्रमण (Infection) का पता लगाया जा सकता है। अगर आपको भी जानना है कि ईएसआर टेस्ट क्या होता है (ESR Test in Hindi) यह टेस्ट क्यू किया जाता है व इसके घटने या बढ़ने के क्या कारण होते है तो बने रहे इस पोस्ट में अंत तक।

ESR Test in Hindi

ESR Test Kya Hai

ईएसआर टेस्ट (ESR Test) का उपयोग किसी विशेष बीमारी को पकड़ने के लिए नहीं किया जाता, बल्कि शरीर में सूजन के स्तर को मापने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट को डॉक्टर द्वारा बाकि टेस्टों के साथ ही करवा लिया जाता है, जिससे डॉक्टर को किसी विशेष बीमारी को पकड़ने में सहायता मिलती है।

ESR Full Form

ईएसआर का पूरा नाम या ESR Ka Full Form “Erythrocytes Sedimentation Rate” होता है। हिंदी में ईएसआर का मतलब (ESR Test Full Form In Hindi) “एरिथ्रोसाइट्स सेडीमेन्टेशन रेट” होता है।

ईएसआर ब्लड टेस्ट क्या होता है (What is ESR Blood Test in Hindi)

ईएसआर परीक्षण करने के लिए डॉक्टर द्वारा व्यक्ति के रक्त का सैंपल ESR Test kit में लिया जाता है। इस सैंपल को लेबोरेटरी में भेजा जाता है जहां पर इसे कांच की एक पतली ट्यूब में रखा जाता है, फिर एक घंटे तक लाल रक्त कोशिकाओं के निचे गिरने की स्थिति को मापा जाता है।

यदि व्यक्ति के शरीर में सूजन होता है तो असामान्य प्रोटीन लाल रक्त कोशिकाओं के गुछे बना देगा तथा लाल रक्त कोशिकाओं का वजन बढ़ जाएगा और वह तेजी से नीचे गिरने लगेगा। RBC को मिलीमीटर प्रति घंटा (Mm/Hr) में मापा जाता है, जिससे डॉक्टर को व्यक्ति के शरीर में कोई समस्या होने पर उसका पता चल जाता है।

ईएसआर बढ़ने और घटने के संकेत

  • पचास वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में ESR Range 0 और 20 Mm/Hr के बीच एक होना चाहिए।
  • 50 वर्ष से कम उम्र के पुरुषों में ESR Range 0 और 15 Mm/Hr के बीच होना चाहिए।
  • पचास वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में ESR Range 0 और 30 Mm/Hr के बीच एक ईएसआर होना चाहिए।
  • 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में ESR Range 0 और 20 Mm/Hr के बीच एक ईएसआर होना चाहिए।
  • बच्चों में ESR Range 0 और 10 Mm/Hr के बीच होना चाहिए।

ESR Test Price

ESR Blood Test की कीमत प्रत्येक शहर के हिसाब से अलग-अलग होती है फिर भी हम आपके लिए कुछ अनुमानित Price लेकर आये है जो अधिकतर जगह पर 100 रुपए से लेकर 500 रूपए तक हो सकती है।

ईएसआर के बढ़ने और घटने के कारण

High ESR Test Result के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें कुछ सामान्य स्थितियों के बारे में आपको आगे बताया गया हैं:

ESR बढ़ने के कारण –

  • बुढ़ापे की स्तिथि में
  • गर्भावस्था होने पर
  • रक्त की कमी होने से
  • थाइराइट की समस्या होने पर
  • गुर्दे की बीमारी होने पर
  • मोटापा होने के कारण
  • लिंफोमा की वजह से
  • गठिया की समस्या होने पर
  • शरीर की माशपेसियां और जोड़ों में दर्द होने पर
  • रूमेटिक बुख़ार में

ESR बढ़ने से क्या होता है –

  • एनिमिया (Anemia)
  • हाई कोलेस्ट्राल (High Cholestrol)
  • किडनी बीमारी (Kidney disease)
  • थॉयराइड बीमारी (Thyroid disease)

ESR घटने से क्या होता है –

  • कन्जेस्टिव हार्ट फ्लोयर (Congestive heart failure (CHF)
  • क्रोनिक फैटिग्यू सिन्ड्रोम (Chronic fatigue Syndrome)
  • लॉ प्लाज्मा प्रोटीन (Low plasma protein)
  • सिक्कल सेल एनिमिया (Sickle Cell Anemia)

ईएसआर के लक्षण

  • बुखार आना
  • जोड़ो में दर्द
  • वजन घटना या बढ़ना
  • शरीर में सूजन का बने रहना
  • पेट में दर्द
  • डायरिया
  • शरीर में संक्रमण
  • थकान
  • हड्डियों में दर्द

ईएसआर रेट बढ़ने से बचने के घरेलू उपाय

ESR Rate कम करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने होंगे जैसे- ज्यादा तेल मिर्च मसाले वाले और मीठा आहार लेने से बचे, हरी पत्तेदार सब्जी का सेवन करें, फल और हैल्थी ऑयल्स लें, ज्यादा पानी पिएं। साथ ही व्यायाम और योगा को दैनिक दिनचर्या में शामिल करें।

ईएसआर रेट को कम करने के घरेलु नुस्खे

ईएसआर रेट को कम करने के लिए सबसे पहले घरेलू उपचार (जो हमारे घर में मौजूदा चीज हो) किया जाता है। देखते है ऐसी कोनसी चीज है ,  जिससे हम ईएसआर का उपचार कर सकते है।

हल्दी का सेवन

ईएसआर के लक्षण का उपचार करने के लिए हल्दी का सेवन बहुत लाभदायक साबित होता है। पुराने समय से ही बहुत से उपचार के लिए हल्दी को विशेष महत्व दिया गया है, हल्दी में एंटीबायोटिक गुण होता है , जिसके कारण हड्डियों में हुए संक्रमण में आराम मिलता है  ओर सूजन को भी कम करता है।

उपयोग- एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी को मिलाकर ले सकते है।

मेथी का सेवन

ईएसआर के लक्षण के उपचार में मेथी का उपयोग करने से शरीर का इन्फेक्शन कम होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, इसके लिए मेथी एक बहुत लाभदायक घरेलू उपचार है।

उपयोग- एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच मेथी दाना डालकर तब तक उबाले जब तक की वह पानी एक कप ना हो जाये फिर उसे ठंडा करके पिले।

ज्यादा पानी पिए

पानी हमारे शरीर में हाइड्रेट का काम करता है, जब हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होती हे तो अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है। इससे सूजन भी नहीं आती है और हड्डियां भी मजबूत रहती है।

उपयोग – हमे पुरे दिन में दो- तीन लीटर पानी पीना चाहिए।

ईएसआर रेट को बढ़ाने के घरेलू नुस्खे

नीम का सेवन

ईएसआर को बढ़ाने का उपचार नीम से होता है। नीम से शरीर का गन्दा खून साफ़ होता है और संक्रमण ख़त्म होता है।

उपयोग- नीम के पत्तो को चबाने से या उसका जूस खाना खाने के बाद लेने से।

मंजिष्ठा का सेवन

ईएसआर को बढ़ाने के लिए मंजिष्ठा बहुत लाभदायक साबित हुई है। मंजिष्ठा के सेवन से शरीर का संक्रमण ख़त्म हो जाता है और गले की तकलीफ भी दूर होती है।

डॉक्टर की सलाह?

किसी भी बीमारी में डॉक्टर से संपर्क करना बहुत जरुरी है, घरेलु उपचार करने के बाद भी अगर आपको आराम नहीं लग रहा है या आपका बुखार काफी टाइम से है और शरीर में सूजन और हड्डियों में दर्द बना हुआ है तो आपको जल्द ही डॉक्टर से संपर्क कर उनकी सलाह लेनी चाहिए।

Conclusion

दैनिकदिनचर्या, वातावण और खानपान में बदलाव के कारण शरीर में समान्य समस्याएं होना आम बात है हालाँकि कोई भी शारारिक समस्या होने पर लापरवाही न बरते और तुरंत डॉक्टर दिखाएँ। सामान्य और कुछ गंभीर बिमारियों का पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट किये जाते है जिससे बीमारी का पहचान कर पाना आसान हो जाता है।

इसी के तहत आज हमने आपको ESR Test Kya Hai होता है इस बारे में विस्तार से बताया। अगर फिर भी आपके सवाल या सुझाव हो तो आप हमे कमेंट बॉक्स में Comment करके बता सकते है हम आपके सवालों के जवाब जरूर देंगे ESR Test Kya Hota Hai In Hindi की जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे Share करना न भूले। धन्यवाद!

डिस्क्लेमर: दी गयी जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य से है। हम अपने उपयोगकर्ताओं को यही सलाह देते है कि, वे किसी भी उपाय को अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
     

मैं 27 वर्ष का सुमित गोविन्द राव, इलाहबाद विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में Ph.D. हूँ और मैने एक वरिष्ठ कॉलेज प्रोफेसर के रूप में 4 वर्ष से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT दिल्ली) में काम किया है। एक Ph.D. और प्रोफेसर होने के नाते, मैने दुनिया भर में शिक्षा, स्वास्थ, तकनीक और अन्य के बारे में लिखने के लिए हिंदी दुनिया वेबसाइट की शुरुआत की। Contact: [email protected]

Leave a Comment